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Shaandaar Budget 2021 Sensex 2000 Tremendous Boom

शानदार बजट के कारण सेंसेक्स 2000अंको की जबरदस्त उछाल देकर वित्त मंत्री का समर्थन किया है..

राष्ट्रपति 29 जनवरी को सुबह 11 बजे संसद के दोनों सदनों को सम्बोधन के साथ ही शुरू हो गया 1 फरवरी को पेश किया गया देश का बजट,शानदार बजट के कारण सेंसेक्स 2000अंको की जबरदस्त उछाल देकर वित्त मंत्री का समर्थन किया है..!ये बजट कोई साधारण नहीं है असाधारण है कोरोना काल की परिस्थितियों के बीच पेश हुआ ये बजट । इस बात का  ऐहसास दिखता है की भारत रुकने वाला नहीं कोरोना भी विकास के पथ पर बढ़ रहे भारत को नहीं रोक पाया है और न रोक पायेगा ये भारत की जनता का विश्वास  है। कोरोना ने दुनिया में जो प्रभाव पैदा किया, उसने पूरी मानव जाति को हिलाकर रख दिया है। इन परिस्थितियों के बीच, आज का बजट भारत के आत्मविश्वास को उजागर करने वाला है। और साथ ही दुनिया में एक नया आत्मविश्वास भरने वाला है।
आज के बजट में आत्मनिर्भरता का विजन भी है और हर नागरिक, हर वर्ग का समावेश भी है। हम इस बजट में जिन सिद्धांतों को लेकर चले हैं, वो हैं- ग्रोथ के लिए नए अवसरों, नई संभावनाओं का विस्तार करना, युवाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण करना। मानव संसाधन को एक नया आयाम देना। इनफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए नए नए क्षेत्रों को विकसित करना, आधुनिकता की तरफ आगे बढ़ना, नए सुधार लाना।
बजट के इतिहास में पहली बार है जब यह पेपर पर नहीं छपेगा। कोरोना महामारी के चलते सरकार ने इस बार बजट कागज पर न छापने का फैसला किया है।भारत ने 100 साल में ऐसा बजट नहीं देखा।   

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) का वादा इस बार का बजट ऐतिहासिक है 

सबके मन में एक सवाल जरूर उठ रहा होगा कि इसबार के बजट 2021 में उनके लिए क्या होगा। वैसे भी, निर्मला सीतारण ने वादा किया है कि इस बार वह ऐतिहासिक बजट बनाने का पूरा प्रयास किया गया है ।  इस बार वित्त मंत्री की झोली में चुनिंदा लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ सौगात है । वैसे भी कोरोना ने मध्यम वर्ग एवं निम्न मध्यम वर्ग को कुछ ज्यादा ही परेशान किया है। इसलिए वही, इस बजट से सबसे ज्यादा अपेक्षा रख रहे हैं। आम आदमी चाहते हैं बेहतर अस्पताल, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा तो भविष्य पर नजरें टिकाए लोग सोचते हैं बेहतर शिक्षा व्यवस्था। वेतनभोगियों की निगाह जहां इनकम टैक्स के स्लैब पर अटकी है। वह इनकम टैक्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत आयकर में अधिक से अधिक छूट की बाट जोह रहे हैं। अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से पटरी पर लौटा रहा उद्योग जगत कुछ इसी तरह के बजट की आशा कर रहा है। ऐसा बजट, जिससे उनका कारोबार चलाना सुगम हो और वह समाज के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित कर सके।

बजट 2021 जानिए बजट में किसके हिस्से में क्या आया किस के लिए क्या रहा खास..  

आज के इस बजट में मोदी सरकार ने मुख्यत: तीन बातों पर फोकस किया है. ये तीन बातें भारत की अकांक्षा, आर्थिक विकास और एक दूसरे की देखभाल करने वाला समाज को लेकर था. भारत की अकांक्षा की तहत केंद्र सरकार कृषि क्षेत्र और ग्रामीण भारत से लेकर स्वच्छ हवा पानी और शिक्षा पर ध्यान देना चाहती है. आर्थिक​ विकास के तहत केंद्र सरकार इंडस्ट्री, निवेश और इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर न्यू इकोनॉमी पर ध्यान देना चाहती है. वहीं, सरकार के इस बजट में जो तीसरा फोकस है, वो ये कि बच्चों और महिलाओं के वेलफेयर से लेकर क्लाइमेट और पर्यावरण भी शामि है. आइए जानते हैं कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस बजट के प्रमुख हाइलाइट्स क्या हैं.

हथियारों की खरीद के लिए पिछले साल के मुकाबले 7.4 प्रतिशत 

नरेंद्र मोदी सरकार ने रक्षा बजट में इस साल मामूली इजाफा किया है. 2021-22 में रक्षा बजट के लिए 4 लाख 78 हजार 196 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. उन्होंने कहा, 'बजट में रक्षा मंत्रालय को 4,78,195.62 करोड़ आवंटित किए गए हैं. इसमें से अगर पेंशन की राशि हटा दी जाए तो यह करीब 3.62 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले साल के मुकाबले 7.4 प्रतिशत ज्यादा है..

जानिए बजट में किसके हिस्से में क्या आया?

प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना-बीते नवंबर में इसके लिए अतिरिक्त 18,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया
Budget 2021
इस साल माना जा रहा है कि बीते साल के आवंटन से भी अधिक राशि इस योजना के लिए दी जानी है।  ऐसा इसलिए ताकि वर्ष 2022 तक सबको आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य पूरा हो सके। आइए जानते हैं कि इस दिशा में क्या चल रहा है|
  • टैक्स स्लैब में किया बदलाव सीतारमण ने सुस्ती के दौर में लोगों को खर्च करने को उत्साहित करने के लिए टैक्स स्लैब्स में कई बदलाव किए थे। पहले स्‍लैब में ढाई लाख की आमदनी वालों को टैक्‍स से छूट दी गई थी। दूसरे स्‍लैब में ढाई लाख से पांच लाख रुपये तक पांच फीसद की दर से टैक्‍स लगाने की घोषणा की गई थी। 5-7.5 लाख तक कमाई वाले लोगों के लिए टैक्स की दर 20 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दी गई थी। इसी तरह 7.5 से 10 लाख तक जिनकी आमदनी है, उनके लिए कर की दर 20 फीसदी से घटाकर 15 प्रतिशत की गई थी। 10-12.5 लाख कमाई वालों के लिए इसे 30 प्रतिशत से घटाकर 20 फीसदी किया गया था। 12 से 15 लाख तक कमाई वालों के लिए टैक्स की दर 30 फीसदी से घटाकर 25 प्रतिशत की गई थी। 15 लाख रुपये से ज्यादा कमाई वालों के लिए इसे 30 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया था।
  • किसानों के बारे में ये थी घोषणा , केंद्रीय वित्‍त मंत्री ने कहा था कि सरकार साल 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध है। सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए 16 अहम फैसले लिए हैं। सरकार ने इन 16 योजनाओं के लिए 2.83 लाख करोड़ रुपये आवंटित करने का फैसला लिया है। 
  • रेलवे के लिए किया गया बड़ा एलान ,केंद्रीय वित्‍त मंत्री ने रेलवे के लिए बड़ी घोषणाएं करते हुए कहा था कि सरकार 27 हजार किलोमीटर रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन करेगी। 150 ट्रेनें पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए शुरू की जाएंगी। उन्‍होंने बताया था कि सरकार की योजना तेजस जैसी और ट्रेनों के माध्यम से प्रसिद्ध स्थलों को जोड़ने की है। यही नहीं चार स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। इन योजनाओं पर 18,600 करोड़ रुपये खर्च होंगे। रेल पटरियों के किनारे सोलर पॉवर ग्रिड बनेंगे। 
FM  Nirmala Sitharaman बजट 2021
  • शिक्षा क्षेत्र के लिए भारत में नई शिक्षा नीति की घोषणा सीतारमन ने कहा था कि जल्द नई शिक्षा नीति की घोषणा की जाएगी। मार्च 2021 तक 150 उच्च शिक्षण संस्थान शुरू हो जाएंगे जिनमें स्किल्ड प्रशिक्षण दिया जाएगा। क्‍वालिटी एजुकेशन के लिए डिग्री वाली ऑनलाइन योजनाएं शुरू की जाएंगी। यही नहीं उन्‍होंने नेशनल पुलिस यूनिवर्सिटी और नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के प्रस्ताव के बारे में भी बताया। उन्‍होंने बताया था कि डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए हर जिला अस्पताल के साथ मेडिकल कॉलेज बनेगा। बजट में शिक्षा के लिए 99300 करोड़ जबकि स्किल डेवलपमेंट के लिए 3000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
  • बजट में पेट्रोल-डीजल पर सेस लगाने का सीधा असर आपकी जेब पर नहीं पड़ेगा.
  • ऑटो पार्ट्स भी महंगा होगा.
  • चमड़े के उत्पाद सस्ते होंगे.
  • मोबाइल पार्ट्स पर 2.5 फीसदी कस्टम ड्यूटी लगाया गया.
  • लोहे और स्टील के सामान सस्ते होंगे.
  • सीतारमण ने ऐलान किया था कि घरों में स्मार्ट मीटर लगेंगे और उपभोक्ताओं को मनमाफिक बिजली कंपनी चुनने की आजादी होगी
  • तांबे का सामान सस्ता होगा
  • घरेलू इलेक्ट्रॉनिक निर्माण में तेजी
  • स्टार्टअप में निवेश की पूंजी लाभ छूट की अवधि बढ़ाई गई
  • आईटी विवादों का डिजिटल निवारण किया जाएगा
  • 75 से अधिक उम्र के बुजुर्गों को आयकर रिटर्न नहीं भरना होगा.
  • 750 आदिवासी इलाकों में एकलव्य स्कूल खोले जाएंगे
  • पश्चिम बंगाल और असम में सहित अन्य राज्य के चाय श्रमिकों के कल्याण के लिए एक हजार करोड़ के आवंटन का प्रस्ताव.
  • महिलाओं को सभी श्रेणी में काम करने की अनुमति दी जाएगी. वे रात्रि पाली में भी काम कर सकेंगी
  • तमिलनाडु में मछली पालन हब बनाया जाएगा.
  • किसानों को एमएसपी से डेढ़ गुना ज्यादा कीमत
  • सरकार ने सोना-चांदी के आयात पर कस्टम ड्यूटी में 10 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है. इसके बाद अब सोना-चांदी सस्ते हो जाएंगे.
  • सोलर इन्वर्टर पर कस्टम ड्यूटी 5 फीसदी से बढ़कर 20 फीसदी कर दी गई है. सोलर लैन्टर्न पर कस्टम ड्यूटी 5 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी की गई है.
  • प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 20 हजार अस्पतालों को जोड़ा जाएगा. 'टीबी हारेगा, देश जीतेगा' कैंपेन के तहत 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा. 2024 तक हर जिले में जन औषधि केंद्र खोल दिया जाएगा.

विपक्ष बजट 2021को लेकर इतना बेचैन क्यों है या वजह कोई और? 

कांग्रेस वरिष्ठ नेता  मंत्री चिदंबरम और कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया,इस बजट का नाम धोखेबाज बजट है इसमें सिर्फ लोगों को धोखा दिया गया है.इतनी निराशा कभी नहीं हुई बजट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अगले वित्त वर्ष के बजट को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के लोगों को धोखा दिया है और इससे पहले कभी भी बजट से इतनी निराशा नहीं हुई. पूर्व वित्त मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वित्त मंत्री ने भारत के लोगों खासकर गरीबों, कामकाजी तबके, मजूदरों, किसानों, स्थायी रूप से बंद हुईं औद्योगिक इकाइयों और बेरोजगार हुए लोगों को धोखा दिया है.

आम जनता की राय बजट 2021

बाकी जनता जानती है कि विपक्ष के अभी तक किसान आंदोलन के नाम पर सो कॉल्ड कृषि विशेषज्ञ बन कर किसानी पर ज्ञान बांचने वाले मूढ़ जीव अब अर्थशास्त्री बन कर रूदाली रूदन करके जनता को बहकाने मे जुट जायेंगे.जबकि चिंदी चोरों को न खेती किसानी की जानकारी है.और न ही अर्थशास्त्र का क ख ग मालूम है.लेकिन कुतर्क ऐसे कर रहे हैं कि कौटिल्य के बाद इन्होने ही अर्थशास्त्र बांचा है.बकलोल कहीं के फिलहाल आप बिना किसी टेंशन के सिर्फ इन बिलबिलाते अर्थशास्त्रियों को देखें,सुने और सुन कर अपना मनोरंजन करिये |


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