सकारात्मक सोच की शक्ति
अगर में ये कहूँ की हम जब सुबह सो कर उठते है तो हम इस दुनिया को ऊर्जा भेजते हैं और वो ही ऊर्जा हम से आकर वापिस किसी न किसी रूप में प्राप्त करते हैं फिर चाहे वो ऊर्जा नेगेटिव हो या पॉजिटिव । हमारे मन की, शरीर की और आत्माएं की तरंगो से एक ऊर्जा उत्पन होती हैं, जो हमरे आस पास परवाह (चलती है) करती है जिस को हम और हमरे साथ रेहने वाले सब महसूस करते है। वो शक्ति हमारे भीतर हमारे मन हमरे दिमाग अपना असर दिखती है और इन पर प्रतिध्वनित करती है और हमारी ऊर्जा भंडार को प्रभावित करते हैं।
सकारात्मक ऊर्जा का बहाव |
हो सकता है हर दिन अच्छा ना हो लेकिन हर दिन में कुछ हो या न हो ये आप पर निर्भर करता है ,अगर आप कुछ अच्छा सोच कर चले है तो क्यू नहीं बिल्कुल हर दिन में कुछ ना कुछ अच्छा किया जा सकता है, तो अगर ये मान कर चले की हर आने वाला दिन आप की सोच पर निर्भर करता है तो क्या ये गलत होगा ,वह दिन आपके लिए हमेशा ही अच्छा ही दिन रहेगा जिसको आप खुशनुमा बनाने की कोशिश में रहेंगे जिस से आप के आस पास एक सकारात्मक ऊर्जा का बहाव हो,आप हमेशा ही ऐसा काम करने की कोशिश करें तो आपको अच्छा महसूस होगा |
यही सब से बड़ा कारण है कि हम कुछ लोगों की उपस्थिति में या उनसे बात करके खुद को गर्म, शांत और हंसमुख या रिलैक्स महसूस करते हैं, ये वैसे ही है जैसे दूध और दही दोनों को ही एक साथ नहीं रखा जा सकता, हम जिस ऊर्जा को अपने साथ ले कर चलते हैं, यह ऊर्जाः न केवल हमें बल्कि अन्य सभी लोगों को प्रभावित करती है और बही ऊर्जा का साथ संपर्क में आता है। अच्छी ऊर्जा हमारी भलाई की भावनाओं को बढ़ा सकती है, चिंता की भावनाओं को भंग कर सकती है और संचार में सुधार कर सकती है। बुरी ऊर्जा के कारण हमेशा कलह,कलेश, संघर्ष,और आक्रोश की भावनाएँ उत्पन्न होती हैं। आपका लक्ष्य अच्छी ऊर्जा को आकर्षित करना और बुरे को अस्वीकार करना होना चाहिए।तकी आप के पास शांति बानी रहे |
ऐसा होता हैं हर दिन अच्छा नहीं निकलता लेकिन बहुत खराब दिनों में भी कोई ना कोई बात ऐसी होती है जो उन दिनों को अच्छा बना सकती है और कुछ न कुछ बहुत अच्छा हो जाता है |
अपने आप में विश्वास करो अगर खुद पर विश्वास नहीं तो।
अगर आप को कुछ पाना है तो खुद पर विश्वास रखना होगा,अगर आप का खुद पर यक़ीन नहीं तो आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर रहे हैं क्योंकि आप खुद में अपर्याप्त महसूस करते हैं। अपनी शक्तियों में विनम्र रह कर उसमे उचित विश्वास के साथ आप सफल या खुश हो सकते। लेकिन आत्मविश्वास नहीं तो आप सफल नहीं हो सकते हैं। आप अपनी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाकर और सकारात्मक सोच के साथ ऐसे कर सकते है,आत्मविश्वास से आत्म-साक्षात्कार और उपलब्धि होती है। और आपको अपने व्यक्तित्व को निरंतर रूप से पुन: प्राप्त करने की आवश्यकता है कि आप किसी भी चीज को पूरा कर सकते हैं जिस की कल्पना आपने की है |
सकारात्मक ऊर्जा - नकारात्मक ऊर्जा।
यदि आप नकारात्मक ऊर्जा से भरे है तो आप अच्छी ऊर्जा को आकर्षित करने की उम्मीद नहीं कर सकते। आप इसको बड़ी आसानी से महसूस कर सकते है आप जरा खुद को इस तरह से लें,सोचें कि जब आप किसी के साथ समय बिताते हैं या बात करते है ,तो दूसरों को किस तरह की वाइब (फीलिंग) मिलती है। क्या आप को शांति मिलती है? क्या एक सकून मिलता है? क्या शांति या एक खुशी मिलती है? क्या नकरत्मक्त भावना से बाहर निकलते हैं ? या आप और अधिक उदास और विचलित हो जाते हैं?नकारात्मक ऊर्जा आपके संबंधों को प्रभावित करने के लिए बाध्य है। आप जिस दृष्टिकोण के साथ दूसरों से संपर्क करते हैं, वह आम तौर पर आप पर वापस दिखाई देगा। आप लोगों पर किस तरह की छाप छोड़ते हैं?
एक शांत मन शक्ति उत्पन्न करता है
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अगर दूसरी और सोचे तो अगर औरो को आपसे बात कर के अच्छा लगता है ,यदि आप स्वाभाविक रूप से दूसरों को आकर्षित करते हैं और लोग आपकी कंपनी की तलाश करते हैं उनको आप से बात कर के अच्छा लगता है आप तो संभावना है कि आप सकारात्मक ऊर्जा का उत्सर्जन करने का अच्छा काम कर रहे हैं ।आप में वो ऊर्जा है जो सकारत्मक है जिस को लोग पसंद करते है| यदि लोग आपसे बचते हैं और आपकी सहायता को दरकिनार करते हैं, तो आप कम, नकारात्मक है जो किसी काम को पूरा नहीं होने देता और आप अटक जाते हैं। इस लिए अपनी ऊर्जा को सकारात्मक पर केंद्रित करें।
एक शांत मन शक्ति उत्पन्न करता है तो अपने विचारों का स्वर बदलें।
शुरू शुरू में नकारात्मक सोच को रोकना मुश्किल हो सकता है। अपने आप को निराशावाद समझना या इस निराशा की खायी में फिसलना या उदासीनता की और जाने देना आसान है। लेकिन अगर आप अच्छी चीजों को आकर्षित करना चाहते हैं, तो आपको सकारात्मक मार्गदर्शक को अपने की आवश्यकता है नकारात्मक को नहीं।
अपने विचारों के स्वर को नकारात्मक से सकारात्मक में बदलने के लिए सक्रिय रूप से काम करें अपने मन और निरंतर अभ्यास से आप ऐसे करने में सक्षम होते है , सकारात्मक ऊर्जा की शक्ति को खींचने के लिए आपको एक शांत मन की आवश्यकता होती है। आप मौन का अभ्यास करके और कुछ देर शांत रह कर अपने मन के माध्यम से शांत और सकारात्मक विचारों को फिर से जागृत कर सकते हैं। “अपने विचारों को शांतिपूर्ण अनुभवों, शांतिपूर्ण शब्दों और विचारों के साथ प्रस्तुत करें या ऐसे विचारो को जिए और इस के बाद आपके पास शांति-उत्पादक अनुभवों का एक भंडार होगा, जिसके लिए आप अपनी भावना को ताज़ा और नवीकरण कर सकते हैं। यह शक्ति का एक विशाल स्रोत होगा। ”
बुरी खबर की तलाश करना बंद करें या नकारात्मक को अतिरंजित करती है। नकारात्मक विचारों को सकारात्मक में बदले जो आप के जीवन को खुशनुमा बना देंगे |
नकारात्मक प्रभावों को छोड़ ,खुद की खुशी अपनाये।
अपने आप में विश्वास करो
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नकारात्मक ऊर्जा आपकी भलाई को रोकती है और आपको खुशहाल भावनाओं और आप की ऊर्जा को और संतोष की भावना को खत्म कर देती हैं। इस लिए आप को अगर अपने जीवन में खुश रहना है तो आप को इस सब का त्याग करना होगा जैसे नकारात्मक प्रभाव लोग जो हर बात को शुरू होने से पहले न ना नै हो सकता , नहीं कर सकते , जो खुद तो नेगेटिव है आप को नकारात्मक कर देंगे | स्थान या ऐसी चीजें हो सकते हैं जिनके जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। हो सकता है कि आपके जीवन में ऐसे लोग हों जो आपके समग्र सुख के लिए विषैले हों। शायद उनकी लगातार आलोचनाएं आपको नीचे लाती हैं, या आप खुद उनकी बुरी आदतों को उठाते हैं।
इन नकारात्मक प्रभावों को काटें और उस जीवन का निर्माण शुरू करें जिसे आप जीना चाहते हैं। अपने जीवन में नकारात्मक प्रभावों के लिए देखें। आप उनमें से कुछ को पूरी तरह से बचने या निकालने में सक्षम हो सकते हैं, जो उस प्रभाव को खत्म करने का एक निश्चित तरीका है। उन लोगों के लिए जो एक स्थायी स्थिरता हैं,
व्यक्तिगत समस्याओं को हल करने की शक्ति और करुणा और दया को गले लगाओ।
यदि आप व्यक्तिगत समस्याओं को प्रभावी ढंग से हल करने में सक्षम होना चाहते हैं, तो आपको इस तथ्य को याद रखने की आवश्यकता है कि भगवान हमेशा हमारे साथ हैं। जब आप भगवान को अपना साथी बनाते हैं तो आप किसी भी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं, जो आपके लिए आसान है। आप कुछ अलग करिये इस से आप को खुशी मिले आप दयालुता के छोटे कार्य करने वाले और दान का गहरा असर हो सकता है। शोध से पता चलता है कि जो लोग दूसरों के प्रति दयालु और दयालु हैं, वे अपने जीवन से अधिक संतुष्ट हैं, बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का आनंद लेते हैं, और मजबूत संबंध रखते हैं। दूसरों को देने से एक सकारात्मक प्रतिक्रिया पाश पैदा होता है - जितना अधिक आप देते हैं, उतनी ही अच्छी भावनाएं जो आपको बदले में मिलती हैं।
नकारात्मक प्रभावों को काटें और उस जीवन का निर्माण शुरू करें जिसे आप जीना चाहते हैं।
कभी लाइन में आपके पीछे वाले व्यक्ति के लिए एक कप कॉफी खरीदना या टिकट या किसी भी तरह की मदद करना और बस एक पल के लिए मुस्कुरा लेना जैसे कि आप अजनबियों को पास करते हैं। यह सब खुशी को बढ़ावा देता है और सकारात्मक ऊर्जा के ढेर भेजता है। मगर आप ये भी ख्याल रखे की किसी मुसीबत में न आये| सम्मान और नागरिकता के साथ हर किसी के साथ व्यवहार करने के लिए इसे अपनी नीति बनाएं। लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें और वे आपके लिए अच्छे होंगे। लेकिन इससे अधिक, जब कोई गलत काम करता है, तो उसका प्रतिकार या प्रतिक्रिया न करें।हो सकता है कि उनका दिन खराब रहा हो या उन्होंने बिना सोचे-समझे प्रतिक्रिया दी हो। नकारात्मक को पुन: लागू करना मदद करने वाला नहीं है। सभी के साथ करुणा और शालीनता के साथ व्यवहार करके सद्भाव में कार्य करें, भले ही वे ऐसा न कर रहे हों। आपकी विनम्रता अच्छी ऊर्जा के रूप में आपके पास वापस आएगी।
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आपको जीवन में आगे बढ़ने,और जीवन में आई कठिनाइयों का सामना करने मैं हिम्मत और साहस की जरुरत है अगर आप में ये साहस है तो आप खुद को और इस देश को बदल सकते है,खोजोंगे अगर तो रास्ते मिलेंगे, हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं,जिस दिन लोग ऐसी सोच रखना शुरू कर देंगे, उस दिन हमारा भारत सही मायने मे महान कहलाएगा,धन्यवाद, |जय हिन्द| |जय भारत |अगर आप को मेरे विचार अच्छे लगे तो प्लीज़,आप अपने विचार दें||